Niyat Shayari | Niyat Quotes
Niyat Shayari | Niyat Quotes
ना मेरी नियत बुरी थी
ना उसमे कोई बुराई थी
सब मुक़द्दर का खेल था
बस किस्मत में जुदाई थी
Na meri niyat buri thi
Na usme koi burayi thi
Sab mukaddar ka khel tha
Bas kismat me judayi thi
“नीयत कितनी भी अच्छी हो दुनिया आपको आपके दिखावे से जानती है,
पर दिखावा जितना भी अच्छा हो भगवान हमेशा आपको आपकी नीयत से जानता है I
Niyat kitni bhee achchhi ho duniya tumhen
tumhaare dikhave se janati hai,
Par dikhawa jitana bhi achchha ho
Bhagwan hamesha
aapako apaki
niyat se Janta hai…
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मे इंसानियत की नियत पर हैरान होता हूं!!
खड़ा भिक्षुक देख, पंखी को दाना देता हूं!!
दया दिखाकर फिर आँख बंद कर लेता हूं!!
में अपनी पड़छाई पर रंग गिराता फिरता हूं!!
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हमारी नियत का पता तुम क्या लगाओगे गालिब
हम तो नर्सरी में थे तब भी मैडम अपना पल्लू सही रखती थी
Hamari niyat ka pata tum kya lagaoge Gaalib
Ham to nursery mein tab Bhi madam Apna palloo Sahi rakhti thi…
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मेरा फोन नही उठाना है तो मत उठाओ…….!
बस इतना बता दो तबियत खराब है या नियत??
बस इतना बता दो तबियत खराब है या नियत??
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समय…
दूसरे की मदद करने का किसी के पास नहीं है।
पर दूसरे के काम में अड़गें डालने का सबके पास है…
इतनी जल्दी दुनिया की कोई चीज़ नहीं बदलती…
जितनी जल्दी इंसान की नीयत और नजरें बदल जाती है।
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Samay Dusron Ki Madad Karne Ka
Kisi Ke Pass Nahi Hai…
Par Dusron Ke Kaam Mein
Adange Dalne Ka Sabke Pass Hai!
Etni Jaldi Duniya Ki Koi Chiz Nahi Badalti
Jitni Jaldi Insaan Ki…
Niyaat aur Nazrein Badal Jati Hai!!
Dilnawaz fitrat hai sabki maan leta hu
Verna bhaanp sakta hu niyate mushiro ki.
Der Agar Ek Pal Ki Ho Jaye
Umr Bhar Phir Wo Pal Nahi Milta
Kuch Hamari Tarh Bhi Hote Hai
Sabko Niyat Ka Phal Nahi Milta
Mud ke apni peeth ki janib na dekho ae “Zamir”
Dosto ki niyato ka jayza ho jayega